Text selection Lock by Hindi Blog Tips

शुक्रवार, 3 जून 2011

आया है फागुन

आया है फागुन

मेहन्दी के रंग लिये
आया है फागुन
शहरो गॉंवौ में
छाया है फागुन
जीवन में रस
टटोल रहा फागुन
पनघट चौपालों में
डोल रहा फागुन
रंगों में डूबे हैं
संगी साथी
भांग सांसों मे
घोल रहा फागुन
तितली के रंग लिये
आया है फागुन
रक्तिम टेसू रंगों से
पलाशी बारिश
बरसा रहा फागुन
होली के रंग संग
गुलालों के सतरंग ले
बस फागुन ही फागुन

कोई टिप्पणी नहीं:

एक टिप्पणी भेजें