दिपावली के पल इस तरह बिताया हमने।
दिपावली पर तुम से मिलने का मन बनाया हमने।
दीप जलाकर छत पर सजाने के बहाने।
तुम से अकेले मेँ मिलना चाहा हमने।
दिपावली के पलो को इस तरह बिताया हमने।।
पर नही हो सकी तुम से मुलाकात अधूरी थी सब बात
इस बार भी किस्मत से धोखा खाया हमने।
दिपावली के पलो को इस तरह बिताया हमने।
दुबारा मिलने की कौशिश बिजली के जलते बल्बो को ठीक करने के बहाने से की थी।
पर नजरे तुम्हे ढुढने मेँ लगी थी और हाथ छु गया नँगे तार ।
इस बार बिजली का तगडा झटका खाया हमने।
दिपावली के पलो को इस तरह बिताया हमने।।
एस एम एस पैक काम नही करते त्यौहारो पर।
विस करना था तुमको जरुरी
इसलिए एस एम एस के भी पूरा चार्ज कटाया हमने।
दिपावली के पल इस तरह बिताये हमने
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