प्रिय,
पठको जैसा कि आप सभी को मालूम है, कि दशहरे का त्यौहार बुराई पर अच्छाई कि विजय का प्रतीक है। आज ही के दिन भगवान राम ने रावण का अन्त किया था । रावण दहन के साथ ही बुराईयो तथा अँहकार का अन्त हो जाता है।
आज के दिन हमेँ भी यह शपथ लेनी चाहिए कि हम अपने मन से अँहकार तथा बुराईयो को त्याग देँ। तथा एक ऐसे नये सुखद व आशावादी जीवन कि सुरुआत करेँ, जो दया, अहिँसा, करुणा तथा सत्य व परोकार से परिपुर्ण हो।
YASHPAL
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